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Monday, 30 March 2020

जैविक खेती : जैविक खेती करने के लाभ

जैविक खेती करने के लाभ 
नमस्कार। मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है। आज हम जैविक खेती से भूमि और वातावरण पर होने वाले प्रभाव पर जानकारी साझा कर रहे हैं। जैविक खेती करने से कृषक अपनी फसल की गुणवत्त उत्पादन के साथ अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने की कोशिश कर रहे हैं। जोकि कारगर साबित हो रही है। साथ ही मृदा संरक्षण में बहुत लाभदायक होता है। जैविक खेती करने से होने वाले प्रभावशाली लाभ को निम्र प्रकार से है।


जैविक खेती के लाभ
 1. जैविक उर्वरकों के उपयोग से मिट्टी का जैविक स्तर बढ़ जाता है, लाभकारी बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है और मिट्टी बहुत उपजाऊ हो जाती है।
  2. जैव-उर्वरक पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक खनिज प्रदान करते हैं, जो पौधों में मिट्टी में मौजूद सूक्ष्म जीवों के माध्यम से पौधों को स्वस्थ रखते हैं और उत्पादन बढ़ाते हैं।

3. रासायनिक उर्वरकों की तुलना में जैविक उर्वरक सस्ता, टिकाऊ और आसान है।  मिट्टी की उपजाऊ स्थिति में सुधार करता है। 
 4. पौधों की वृद्धि के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पर्याप्त पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, और जैविक उर्वरकों का उपयोग करके पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की भरपाई की जा सकती है।
  5. कीटों, रोगों और घासों पर नियंत्रण काफी हद तक फसल चक्र, कीटों के प्राकृतिक शत्रुओं, प्रतिरोध किस्मों और जैविक उत्पादों द्वारा नियंत्रित किया जाता है।


6. जैविक उर्वरक सड़ने पर कार्बनिक अम्ल देते हैं, जो मिट्टी के अघुलनशील तत्व को घुलनशील तत्व में परिवर्तित करते हैं, जिससे मिट्टी का पीएच मान 7 तक कम हो जाता है। इसलिए, इसके साथ सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ जाती है।  यह तत्व फसल उत्पादन में आवश्यक है।

7. इन उर्वरकों के उपयोग से पौधों को पर्याप्त समय के लिए पोषक तत्व मिलते हैं। यह खाद मिट्टी में अपने अवशिष्ट गुणों को छोड़ देती है।  इसलिए, एक फसल में इन उर्वरकों के उपयोग से दूसरी फसल को लाभ होता है।  यह मिट्टी की उर्वरता के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।

8. रासायनिक खेती की तुलना में जैविक खेती नमी को अधिक समय तक बनाए रखने से सिंचाई लागत में कमी आती है। 
9. अत्यधिक रासायनिक कीटनाशकों के प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति पर बुरा असर पड़ता है। 
10. जैविक खेती से भूमि की गुणवत्ता में सुधार के साथ वातावरण प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है। 

धन्यवाद। अपने सुझाव हमें लिखें updateagriculture@gmail.com

और देखें कम्पोस्ट खाद : घर पर बनाएं।

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